Tuesday, 27 September 2016

कलम से लिखना छोड़ दिया है हमने


कलम से लिखना छोड़ दिया है हमने
जबसे निगाहों को मेरी पढ़ लिया है तुमने ....

कागज पे लिखना छोड़ दिया है हमने
जबसे धडकनों को मेरी थाम लिया है तुमने 


मिलिंद कुंभारे